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Sabeya Airport हथुआ सबेया हवाई अड्डे की घेराबंदी शुरू

Sabeya Airport Latest News Updates – हवाई अड्डे की घेराबंदी योजना के शिलान्यास का शुभारंभ किया सांसद डॉ. आलोक कुमार सुमन।

हवाई अड्डे की बाउंड्री कार्य का शिलान्यास सांसद डॉ. आलोक कुमार सुमन ने किया। फिलहाल हवाई अड्डे के 280 एकड़ क्षेत्र को चिह्नित करने के लिए 700 पिलर लगाए जाएंगे। सभी पिलर सांसद मद से 30 लाख रुपए की राशि से लगाए जा रहे हैं। सांसद ने बताया कि पूरी घेराबंदी के लिए फाइल केंद्र सरकार के पास भेजी गई है। वहां से अनुमति मिलते ही काम शुरू कर दिया जाएगा।

अभी पिलर लगाकर क्षेत्र को चिह्नित करना जरूरी था। ताकि एयरलाइन्स कंपनियों की दिलचस्पी बढ़े। उन्होंने बताया कि नगर विमानन मंत्रालय ने Sabeya Airport सबेया एयरपोर्ट को उड़ान पांच में शामिल किया है। अब अंतिम प्रक्रिया में एयरलाइन कंपनियां बोली में शामिल होंगी। वैध बोली प्राप्त होने के बाद गोपालगंज में हवाई सेवा शुरू हो जाएगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में देश में 50 नए हवाई अड्डे बनाए जाने का एलान किया था। जिसके बाद जिले के सबेया हवाई अड्डे के भविष्य में चालू होने के भी आस जग गई थी। अब हवाई अड्डे के क्षेत्र को चिह्नित करने के लिए पिलर लगाने की प्रक्रिया शुरू होने के बाद से हथुआ नगर से 3 किमी उत्तर स्थित सबेया हवाई अड्डे के एक बार फिर चालू होने की उम्मीद जग गई है। बीते दिनों रक्षा मंत्रालय की टीम ने जमीन का भौतिक सत्यापन किया था। साथ ही हवाई अड्डेके सर्वेक्षण को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की थी।

ऐसी उम्मीद है कि रक्षा मंत्रालय और नागर विमानन मंत्रालय दोनों मिलकर उड़ान योजना में शामिल Sabeya Hawai Adda सबेया हवाई अड्डे की बोली प्रक्रिया जल्द शुरू करेंगे। जिसके बाद यहां से घरेलू उड़ान की सुविधा जिले के लोगों को मिल सकेगी।

1868 में हुई थी एयरपोर्ट की स्थापना

जिलेवासियों को मिलेगी सुविधा 

Sabeya Airport सबेया हवाई अड्डा चालू होने से गोपालगंज के साथ ही सीवान, छपरा, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण की बड़ी आबादी लाभान्वित होगी। जिले का सबसे नजदीक एयरपोर्ट कुशीनगर, गोरखपुर व पटना है। प्रतिदिन गोपालगंज व सीवान के बड़ी संख्या में लोग विदेश जाने के लिए इन तीनों एयरपोर्ट का सहारा लेते हैं। अगर एयरपोर्ट की सुविधा स्थानीय स्तर पर मिलेगी तो लोगों को समय के साथ आर्थिक लाभ भी होगा। इसके अलावा सरकार का राजस्व भी बढ़ेगा। आसपास के लोगों को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे।