आयुर्वेद का लाभ ले रही पूरी दुनिया, 30 से ज्यादा देशों ने दी मान्यता
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नई दिल्ली. भारत और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आज 7वां आयुर्वेद दिवस (Ayurveda Day) भव्य स्तर पर मनाया गया. इस वर्ष का 7वां आयुर्वेद दिवस हर दिन हर घर आयुर्वेद (Har din Har Ghar Ayurveda) की थीम के साथ मनाया गया जिससे कि आयुर्वेद के लाभों को व्यापक और जमीनी स्तर तक समुदायों के बीच प्रचारित किया जा सके. छह सप्ताह तक चलने वाले इस समारोह में देश भर से व्यापक सहभागिता देखी गई, भारत सरकार के 26 से अधिक मंत्रालयों और भारत के विदेश मंत्रालय के मिशनों तथा दूतावासों के सहयोग से आयुष मंत्रालय (Ministry of Ayush) के संस्थानों या परिषदों द्वारा 5000 से अधिक कार्यक्रम आयोजित किये गये.
केंद्रीय कार्यकम को संबोधित करते हुए सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि आयुर्वेद एक रोग निवारण विज्ञान है. यह एक प्राचीन ज्ञान है और हमारी शोध परिषदें आयुष क्षेत्र में कुछ प्रभावशाली शोध कार्य कर रही हैं. उन्होंने यह भी कहा कि हर दिन हर घर आयुर्वेदिक कैंपिंग का उद्देश्य आयुर्वेद और इसकी क्षमता को जन-जन तक पहुंचाना है. आयुर्वेद (Ayurveda) अब विश्व स्तर पर प्रसिद्ध हो चुका है और यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra modi) के निरंतर और अथक प्रयासों के कारण हो पाया है.
वहीं अर्जुन मुंडा ने इस अवसर पर कहा, आयुर्वेद भारत की प्राचीन परंपरा और संपदा है. वनों में रहने वाले लोगों के सहयोग से आयुर्वेद का पोषण किया जा सकता है. आयुर्वेद ही एक ऐसा चिकित्सा विज्ञान है जो बीमारी से रोकथाम की बात करता है, बीमार होने के बाद उपचार की नहीं.
डॉ. मुंजपारा महेंद्रभाई कालूभाई ने कहा कि आयुष मंत्रालय ने देश में स्वास्थ्य की आयुष प्रणाली को गति प्रदान की है और अब आयुर्वेद को 30 देशों में मान्यता प्राप्त हो चुकी है. उन्होंने यह भी बताया कि आयुष का वर्तमान टर्नओवर 18.1 अरब डॉलर है.
वहीं इस दौरान मीनाक्षी लेखी ने कहा, ‘यह हमारे पूर्वजों के विज्ञान की सराहना करने का समय है. 5000 वर्ष से अधिक पुराने इस विज्ञान का समारोह, हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पर्यवेक्षण में आयुर्वेद दिवस के अवसर पर मनाया जाता है. उन्होंने हमेशा आयुर्वेद विज्ञान को बढ़ावा दिया और पिछले कुछ वर्षों में यह अपने शीर्ष पर पहुंच चुका है.’
प्रो. तनुजा नेसारी ने कहा कि आई सपोर्ट आयुर्वेद अभियान को सभी लोगों से असीम समर्थन प्राप्त हुआ है और पिछले 6 सप्ताह तक चलने वाले इस दीर्घावधि कार्यक्रम में आयुर्वेद दिवस पर आधारित विभिन्न संस्थाओं द्वारा आयोजित विविध गतिविधियों में 1.7 करोड़ से अधिक लोगों ने सहभागिता की और 56 लाख से अधिक लोगों ने योगदान दिया.
आयुर्वेद दिवस के अवसर पर ‘द आयुर्वेदिक फार्माकोपिया ऑफ इंडिया’, ‘द आयुर्वेदिक फॉर्म्युलारी ऑफ इंडिया’ पर एक किताब का विमोचन किया गया. औषधीय पौधों के स्वास्थ्य लाभों के बारे में जागरूकता सृजित करने के लिए, आयुष मंत्रालय द्वारा अश्वगंधा- एक स्वास्थ्य प्रवर्तक पर एक प्रजाति-विशिष्ट राष्ट्रीय अभियान लॉन्च किया गया. इसके साथ ही पांच लघु वीडियो प्रतियोगिताओं के प्रथम पुरस्कार विजेताओं को केंद्रीय आयुष मंत्री द्वारा सम्मानित किया गया.
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Tags: Ayurveda Doctors, Ayurvedic, Ayushman Bharat
FIRST PUBLISHED : October 23, 2022, 17:56 IST
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